गर्भावस्था या प्रेगनेंसी एक ऐसी स्थिति को कहते हैं, जब महिला के गर्भ में भ्रूण का निर्माण हो जाता है यानि महिला किसी नई जिंदगी को दुनिया में लाने वाली होती है।
गर्भधारण तब होता है, जब एक पुरुष का शुक्राणु महिला के अंडे के साथ निषेचित होता है। यह आमतौर पर ओव्यूलेशन के बाद महिला के फैलोपियन ट्यूब में होता है।
जब आपको ये पता चलता है कि आप गर्भवती हैं तो शारीरिक और भावनात्मक रूप से खुद का ख्याल रखना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। इसलिए एक गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी की शुरुआत से लेकर अंत तक अपनी ओर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
कुछ महिलाओं को गर्भावस्था की शुरुआत से ही इसके लक्षणों का अनुभव होना शुरू हो जाता है वहीं कुछ महिलाएं कुछ हफ़्तों बाद इसका अनुभव करती हैं।
• पीरियड का मिस होना (Missed period) • स्तनों में बदलाव (Breast changes) • थकान (Fatigue) • जी मिचलाना (Nausea) • थोड़ा सा रक्तस्राव या ऐंठन (Slight bleeding or cramping) • सिर दर्द (Headaches) • कब्ज़ (Constipation) • मूड में उतार-चढ़ाव (Mood swings)