नई माताओं के लिए पोषण बहुत आवश्यक है. जिन माताओं ने शिशु को जन्म दिया है, उसके पोषण का प्रभाव सीधे तौर पर उसके बच्चे के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है. यानि नई माताएं, जो भी पोषण ग्रहण करती हैं, उसका सीधा असर बच्चे के लिए स्तनपान पोषण को भी निर्धारित करेगा।
डिलीवरी के बाद कैसा हो मां का आहार
संतुलित आहार
संतुलित आहार एक ऐसी थाली है, जिसमें नई माताओं के लिए एक तिहाई हरी साग सब्जियां, एक तिहाई प्रोटीन और एक तिहाई कार्बोहाइड्रेट होना चाहिए। इसके अलावा प्लेट में अलग-अलग रंगों वाली अलग-अलग प्रकार की सब्जियां विभिन्न प्रकार के फल विटामिन और खनिज तत्व होने चाहिए। संतुलित आहार इसलिए फायदेमंद है, क्योंकि इससे माता के दूध की गुणवत्ता में सुधार होता है। ऐसे दूध से नवजात बच्चे के भूख को शांत करने की संभावना अधिक से अधिक रहती है। इसके अलावा नई माताएं अपने खाने में ब्राउन राइस मोटे अनाज, पास्ता, चपाती और साबुत अनाज भी शामिल कर सकती है। इस प्रकार के भोजन से उन्हें और अधिक कैलोरी प्राप्त होगी। इसके अलावा यदि आप मांसाहारी हैं तो अपने खाने में अंडे मछली भी शामिल कर सकती है। और वसा के रूप में आपको जैतून का तेल एवं मेवे और मछली के तेल को भी अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
यदि आप शाकाहारी हैं
यदि आप शाकाहारी हैं तो आपको अपने खाने में विभिन्न प्रकार की हरी साग-सब्जियां, विभिन्न प्रकार के फल, विभिन्न प्रकार के मेवों के साथ ही विटामिन बी12, विटामिन डी, ओमेगा 3 फैटी एसिड और कैल्शियम सप्लीमेंट को भी शामिल करना चाहिए।
गैलेक्टागोग्स को भी ध्यान में रखें
संतुलित भोजन के अलावा कुछ और ऐसे खाद्य पदार्थ भी होते हैं जो मां के दूध को और अधिक पोषित बनाते हैं। इसके लिए आप को अपने भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, मेथी, लहसुन, अजवाइन आदि को शामिल कर सकते हैं।
दुग्ध पदार्थ
नई मांओं को अपने रोज के खाने में दूध, दही, घी को भी शामिल करना चाहिए। जिससे उन्हें कैल्शियम मिलेगा और इससे बच्चे की हड्डियां मजबूत होंगी। यहां ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि प्रसव के बाद अधिकतर महिलाओं में हाइड्रेशन की वजह से बहुत अच्छी मात्रा में दूध की आपूर्ति होती है, रक्त के संचालन में भी वृद्धि होती है, और शरीर से मल नियमित रूप से और आसानी से भी निकल जाता है। इसलिए महिलाओं को प्रतिदिन छह से आठ गिलास पानी पीना चाहिए।
विटामिन
कुछ महिलाएं जो प्रतिबंधात्मक आहार लेती हैं उन महिलाओं में पोषण के तत्वों की कमी का खतरा अधिक रहता है, इसलिए एक नवजात शिशु की माता को विटामिन भरपूर मात्रा में लेना चाहिए। स्तनपान के दौरान अक्सर देखा जाता है, कि महिलाओं में आयोडीन, कैल्शियम की कमी बढ़ जाती है इस कमी को दूर करने के लिए महिलाओं को मल्टी विटामिन, विटामिन डी, और कैल्शियम का सेवन करना चाहिए।