Gynae Problems : एक महिला अपने जीवन में कई तरह के हार्मोनल चेंजेस (Hormonal Changes) से गुजरती है. जबकि इनमें से कुछ को सामान्य माना जाता है लेकिन एक समय आता है जब कुछ परेशानियों के लिए हेल्थ एक्सपर्ट की जरूरत पड़ ही जाती है
पीरियड्स के दौरान दर्द होना
डॉ जोशी ने बताया कि कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बहुत तेज दर्द होता है, इसे डिसमेनोरिया (Dysmenorrhoea) भी कहते हैं. यदि इस दर्द की वजह से महिलाएं अपना काम नहीं कर पा रही हैं और इससे उनके जीवन में काफी परेशानियां हो रही हैं तो उन्हें इसकी जांच करानी चाहिए. इलाज शुरू करने से पहले इसके लिए क्लीनिकल जांच और पेल्विक सोनोग्राफी की आवश्यकता होती है.
सेक्स के बाद ब्लीडिंग या दो पीरियड्स के बीच में ब्लीडिंग
यह सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (STI) का चेतावनी संकेत हो सकता है, जिसे पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (Pelvic inflammatory disease) या सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) या संक्रमण भी कहा जाता है. इसे डाइग्नोस करने के लिए पैप स्मीयर (Pap smear test) और क्लैमाइडिया (Chlamydia test) जैसे टेस्ट के जरिए जेनिटल अंगों के क्लियर विजुअलाइजेशन की आवश्यकता होती है.
वेजाइनल पेन या परेशानी
यह कई कारणों से हो सकता है. यह वेजाइनल इंफेक्शन (vaginal infection) या वेजाइना के मुख (vulva) के पास की त्वचा में फोड़े होने के कारण हो सकता है. कभी-कभी वेजाइनल डिस्चार्ज या खुजली हो सकती है. बिना किसी मेडिकल सलाह के ली गईं दवाएं आमतौर पर कारगर नहीं होती हैं. इसका इलाज करने के लिए डॉक्टर द्वारा सही उपचार ही आवश्यक है.
यूरिन लीकेज
मूत्र रिसाव (Urine leakage) की परेशानी के कारण महिलाएं काफी शर्मिंदगी महसूस करती हैं, इसलिए, अधिकांश महिलाओं को मूत्र रिसाव के बारे में खुल कर बात करने में कठिनाई होती है. यह आमतौर पर खांसते या छींकते या एक्सरसाइज करते समय होता है या फिर तब, जब किसी को पेशाब करने की तीव्र इच्छा होती है और टॉयलेट में पहुंचने से पहले ही उनका पेशाब निकल जाता है.
कभी-कभी यह पीछे के मार्ग से पानी जैसा मल या गैस के अनैच्छिक रिसाव से जुड़ा हो सकता है इसलिए विशेषज्ञ द्वारा इन समस्याओं की जांच आवश्यक है, ताकि दिक्कत को आगे बढ़ने से रोका जा सके. साथ ही सही एक्सरसाइज और ब्लैडर ट्रेनिंग ट्रीटमेंट शुरू किया जा सके.