- पोस्टमेनोपॉज़ल स्टेज तक गर्भावस्था संभव है। - गर्भधारण ओव्यूलेशन पर निर्भर करता है। - अधिक उम्र में प्रेगनेंसी से बढ़ते हैं रिस्क।
• हर एक महिला अंडे की नियत (finite) संख्या के साथ जन्म लेती है। • जब एक महिला को एक साल तक पीरियड नहीं होता है तो वो मेनोपॉज़ के स्टेज पर पहुंच जाती है। • पोस्टमेनोपॉज़ स्टेज तक गर्भावस्था संभव है।
जब तक एक महिला पोस्टमेनोपॉज़ल (Post-menopausal) स्टेज तक पहुँचती है, तब तक गर्भवती होना संभव है। कई महिलाओं को जब कुछ खास लक्षणों का एहसास होता लगता है, तो उन्हें लगता है कि वो मेनोपॉज़ के स्टेज में पहुंच गयी
व्यापक रूप से महिलाओं में मेनोपॉज़ तक पहुंचने का समय अलग-अलग हो सकता है लेकिन ज़्यादातर महिलाओं में 40 से 55 के उम्र के बीच में होता है।
मेनोपॉज़ के दौरान गर्भावस्था का मतलब है कि एक उन्नत उम्र में गर्भधारण करना, जिसने मां और बच्चे दोनों के लिए जोखिम बढ़ा दिया है
महिलाएं पेरी मेनोपॉज़ के दौरान प्रेग्नेंट हो सकती हैं। एक ओर जहां पेरीमेनोपॉज़ के समय महिलाएं द्वारा ओव्युलेट करने के कारण प्रेगनेंसी की संभावना बनी रहती है तो वहीं दूसरी ओर पोस्टमेनोपॉज़ के दौरान भी हार्मोन थेरेपी और आईवीएफ ट्रीटमेंट के माध्यम से इच्छुक महिलाएं गर्भ धारण कर सकती हैं।